
नई दिल्ली: World Social Justice Day 2021: हर साल 20 फरवरी को दुनियाभर में विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया जाता है। इसे पहली बार साल 2009 में मनाया गया था। इसका मुख्य उद्देश व्यक्ति विशेष में बिना किसी भेदभाव और असमानता के समान अधिकार देना है। साथ ही लोगों को सामाजिक न्याय और समानता के प्रति जागरूक करना है। इसके लिए हर साल 20 फरवरी को विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया जाता है। इस साल का थीम “अ कॉल फॉर सोशल जस्टिस इन द डिजिटल इकोनामी” है। इस मौके पर दुनियाभर में लोग एक दूसरे को विश्व सामाजिक न्याय दिवस की शुभकामनाएं दे रहे हैं। आइए विश्व सामाजिक न्याय दिवस के इतिहास और महत्व को जानते हैं-
विश्व सामाजिक न्याय दिवस का इतिहास
साल 2007 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा एक प्रस्ताव पारित कर हर साल 20 फरवरी को विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाने की घोषणा की गई थी। इसके दो साल बाद पहली बार साल 2009 में विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया गया। विश्व सामाजिक न्याय दिवस को सफल बनाने के लिए कई देश एक साथ मिलकर बेरोजगारी, गरीबी, जाति भेदभाव, लिंग और धर्म के नाम पर बंटे लोगों को एकजुट करने की कोशिश करते हैं। भारत में भी सदियों से लोगों को समान अधिकार देने का विधान रहा है। इसके लिए भारतीय संविधान में सामाजिक असमानता को खत्म करने के लिए कई प्रावधान हैं।
विश्व सामाजिक न्याय दिवस का महत्व
आधुनिक समय में दौरान विश्व सामाजिक न्याय दिवस का महत्व और बढ़ गया है। समाज में यह जागरूकता फैलाने की जरूरत है कि सभी एक हैं और किसी में भी कोई भेदभाव नहीं देखना चाहिए। भारत सरकार भी कई योजनाएं चला रही हैं। इसके अंतर्गत लोगों को समान अधिकार देने की कोशिश की जा रही है। साथ ही समाज में व्याप्त असमानता को जड़ से समाप्त करना है। इससे समस्त समाज को एकसाथ विकास होगा।